ये ग्रहण खास है क्योंकि ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा(Total solar eclipse 2024), यानि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेगा।
ग्रहण का समय क्या है?
इस सूर्य ग्रहण की शुरुआत 8 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर होगी और ये ग्रहण 9 अप्रैल को सुबह 2 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगा।
किन बातों का रखें ध्यान?
सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है, इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे आँखों में ना जाएँ, और गर्भवती महिलाओं को भी सूर्य ग्रहण दौरान अनावश्यक यात्रा से बचना चाहिए।
क्या भारत में मान्य होगा सूतक काल?
इस बात का भी ध्यान रखें कि सूतक काल सिर्फ उसी सूर्य ग्रहण के लिए मान्य होता है जो भारत में दिखाई देता है. इसलिए इस बार सूतक काल मान्य नहीं होगा।
क्या भारत में दिखाई देगा यह ग्रहण?
ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, अगर आप उत्तरी अमेरिका, कनाडा या मैक्सिको में रहते हैं तो वहां आप इस खगोलीय घटना के गवाह बन सकते हैं।
क्या इसे लाइव देख सकते है ?
हा, लाइव स्ट्रीम के जरिए भी इस घटना को देखा जा सकता है. नासा और कुछ दूसरी अंतरिक्ष संस्थाएं अक्सर सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण करती हैं।
सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, अगर आप उन जगहों पर रहते हैं जहां ये ग्रहण दिखाई देगा, तो सुरक्षित तरीके से इसका नज़ारा जरूर लें।