Gyanvapi Case ज्ञानवापी मामले में बुधवार को वाराणसी कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। हिंदू पक्ष को अदालत ने तहखाने में पूजा की अनुमति दे दी है। फैसले के बाद सियासत भी तेज है। बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज और केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि अभी तक सिर्फ दो तहखाने ही खुले हैं। बाकी और भी खुलने दीजिए।
Giriraj Singh On Gyanvapi Case वाराणसी अदालत ने बुधवार को ज्ञानवापी मामले में बड़ा फैसला सुनाया। हिंदू पक्ष को अब ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा करने का अधिकार मिल गया है। यह आदेश न्यायाधीश एके विश्वेश ने पारित किया हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने बताया। कोर्ट के ईश फैसले के बाद यूपी से लेकर बिहार तक सियासत की गर्मी भड़ रही है।
आगे राम की लीला बाकी है
केंद्रीय मंत्री बोलै कि वाराणसी कोर्ट ने जो फैसला दिया है, वो कोई नई बात नहीं है। गिरिराज बोले- “लोगों ने मुझसे कहा कि गिरिराज जी राम जी का मंदिर तो बन गया उसके बाद क्या? तो हमने बोला की राम मंदिर हो गया, मोदी जी के नेतृत्व में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई अब आगे राम जी की लीला अभी बाकी है।
अब मैं उनको स्वामी कहता हूं
गिरिराज सिंह ने बोला की, “अब मैं तो उनको (पीएम मोदी) स्वामी कहता हूं जिन्होंने 11 दिनों का नियम-कानून माना वो एक ऐसे संत हैं जो जमीन पर सोए और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की। आज पूरे विश्व में इस बात की चर्चा है। अयोध्या तो केवल झांकी है राम की लीला तो अभी तक बाकी है।
वाराणसी जिला अदालत ने 21 जुलाई 2023 को एएसआई को ज्ञानवापी के अंदर का “विस्तृत वैज्ञानिक सर्वेक्षण” करने का निर्देश दिया था, जिसमें खुदाई भी शामिल है। हिंदू पक्ष के मुताबिक क्या काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित मस्जिद एक मंदिर के अवशेषों पर बनाई गई थी इसके लिए निर्धारित किया जाना था। वैज्ञानिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट आने के बाद पता चलता है कि मस्जिद को पहले से मौजूद मंदिर के अवशेषों पर बनाया गया था।