कंपनी के एक कर्मचारी को धोखा देने के लिए वीडियो कॉल कांसेप्ट त्यार किया, जिसमें उस कर्मचारी के साथी और कंपनी के बड़े अधिकारी एक साथ नजर आ रहे थे. लेकिन वो सभी नकली थे,
पेसो को अलग-अलग हांगकांग के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया। इस धोखाधड़ी का कार्यान्वयन लगभग एक हफ्ते तक जारी रहा
हांगकांग की पुलिस ने कंपनी और कर्मचारी का नाम उजागर करने से तो मना कर दिया, लेकिन पुलिस ने बताया कि जालसाजों ने ऑनलाइन मिलने वाले वीडियो और ऑडियो का इस्तेमाल करके ग्राफ़िक्स की सहायता से नकली लोगों (डीपफेक्स) को बनाया था